“ChatGPT की बढ़ती प्यास: कैसे AI सर्च पृथ्वी के कीमती जल संसाधनों को नुकसान पहुँचा रही है”
दुनियाभर में लगभग 45 प्रतिशत डेटा सेंटर ऐसे नदी घाटियों में स्थित हैं, जहाँ पहले से ही पानी की उपलब्धता का गंभीर खतरा बना हुआ है। जैसे-जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट्स से लेकर जलवायु मॉडलिंग तक रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा बनता जा रहा है, उसे संभालने और चलाने के लिए ज़रूरी भौतिक ढांचा भी…
